डेरा मुखी राम रहीम की पैरोल पर परमजीत सिंह सरना ने उठाए सवाल

 

बलात्कारी व हत्या के आरोपियों को पैरोल पर रिहा कर न्याय प्रक्रिया का मज़ाक बनाया जा रहा है जबकि सज़ाएं पूरी कर चुके बंदी सिंहों को रिहा नहीं किया जा रहाः परमजीत सिंह सरना

शब्दवाणी समाचार, शनिवार 22 जुलाई 2023, नई दिल्ली। डेरा मुखी राम रहीम को पुनः पैरोल मिलने पर शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और कहा है कि डेरा मुखी राम को बार-बार पैरोल पर रिहा करना दर्शाता है कि कानून और संविधान किस प्रकार कमज़ोर हो चुका है। 

यहां जारी एक बयान में सरदार सरना ने कहा कि राम रहीम जो कि हत्या और बलात्कार जैसे संगीन आरोपों के तहत सज़ा काट रहा है उसे तो पैरोल दी जा रही है जबकि हमारे बंदी सिंह जो अपनी सज़ाएं पूरी कर चुके हैं उन्हें रिहा नहीं किया जा रहा है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि न्याय प्रक्रिया का मखौल उड़ाया जा रहा है जिसमें बलात्कारी व हत्या के आरोपियों को तो पैरोल मिल सकती है लेकिन सज़ा पूरी करने वाले बंदी सिंह इस देश में रिहा नहीं हो सकते। 

उन्होंने कहा कि जब डेरा मुखी जैसे जघन्य अपराधियों को सभी तरह की सुविधाएं मिलती हैं तो इससे शरारती तत्वों का मनोबल बढ़ता है। आज अगर मणिपुर में जो दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं घटी हैं, उसके पीछे कहीं न कहीं ऐसे ही लोग उन्हें प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि जो सिख नेता यह कहकर भाजपा में शामिल हुए थे कि वे सिखों की समस्याओं के समाधान के लिए भाजपा में शामिल हो रहे हैं, उन्हें शर्म आनी चाहिए। गुरु साहिब के सम्मान से ऊपर सिखों के लिए कुछ भी नहीं है, अगर वे नेता गुरु के सम्मान के लिए नहीं बोल रहे हैं तो उन्हें सिख कहलाने का कोई अधिकार नहीं है।

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