सनातन संस्कृति को बचाने के लिए शुरू हुई मुहिम, महिलाओं ने लिया हिस्सा

शब्दवाणी समाचार, वीरवार 21 सितम्बर 2023, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, नई दिल्ली। अर्चना उपाध्याय एक ऐसी महिला है जो साधारण लोगो की सोच से बहुत आगे है इसी बात को मुखर करने के साथ भारत की महिलाओं को सोशल मीडिया पर बन रही सनातनीय ग्रंथ की छवि को बदलने की मुहिम का आगाज़ हुआ. इस मुहिम के तहत अर्चना उपाध्याय देश के विभिन्न राज्यों में सनातन संस्कृति को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रही है। महिलाओ की जब भी चर्चा होती है तो कहा जाता था की  घूंघट और घर द्वार, गृहणी इस पूरे परीप्रेक्ष कोआधुनिक युग की महिला ने पूर्णतः गलत साबित करते हुए घर के साथ साथ विश्वपटल पर अपना अस्तित्व साबित किया ! इसी बात को मुखर करने के साथ भारत की महिलाओ को अपने ग्रंथो के प्रति आस्था को पुनः जागृत करने का कार्य बखूबी कर रही है अर्चना उपाध्याय । 

आपको बता दें की अर्चना उपाध्याय प्रभारी है राम चरित मानस हस्ताक्षर अभियान की एवम अपने साथ साथ महिलाओं को घर घर जाकर जागरूक करने के साथ साथ अल्प समय में १लाख से ज्यादा हस्ताक्षर जुटा चुकी है। उनका कहना है की इन हस्ताक्षर के साथ वह भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को बहुत जल्द यह सौंपने के साथ साथ राम चरित मानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की अपील करेंगी।  इस मुहिम के तहत भारत के ग्रंथो के साथ साथ सनातन संस्कृति को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जाएगा. इस मुहिम को आगे बढ़ाने में उनकी पूरी टीम उनका भरपूर सहयोग कर रही है। जिनके नाम कुछ इस प्रकार से है। मंजू श्रीवास्तव मध्य प्रदेश प्रभारी, आशा शुक्ला मध्य प्रदेश अध्यक्ष, प्रियंका पटेरिया बुंदेलखंड प्रभारी प्रियंका शुक्ला मीडिया प्रभारी,प्रीति वर्मा लोधी, निशा अमित तिवारी, गरिमा अंकित हजारी सहित सैकड़ों संख्या में महिला उनके मिशन को साकार करने में उनका सहयोग दे रही है।

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