भारत के सेमीकंडक्‍टर एवं इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स उद्योग को बढ़ावा देने के लिये फिक्‍की और आईईएसए ने किया साझेदारी

 


शब्दवाणी समाचार, सोमवार 20 मई 2024, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, बेंगलुरु। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्‍बर्स ऑफ कॉमर्स एण्‍ड इंडस्‍ट्री (फिक्‍की) और इंडिया इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स एण्‍ड सेमीकंडक्‍टर एसोसिएशन (आईईएसए) ने 14 मई, 2024 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्‍ताक्षर किये हैं। क्रिटिकल एण्‍ड इमर्जिंग टेक्‍नोलॉजीज के लिये पहल के तहत यह एमओयू दोनों संस्‍थाओं के बीच लंबे समय तक गठबंधन की एक रूपरेखा स्‍थापित करता है। यह साझेदारी नवाचार को बढ़ावा देने, सेमीकंडक्‍टर एवं इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स उद्योग में सहयोग करने, सप्‍लाई चेन को मजबूत बनाने और भारत में दुनिया भर में प्रभाव डालने वाले इ‍कोसिस्‍टम को विकसित करने के लिये होगा।

फिक्‍की के महासचिव श्री एस. के. पाठक ने कहा यह गठजोड़ भविष्‍य में सेमीकंडक्‍टर एवं क्रिटिकल टेक्‍नोलॉजी पर संयुक्‍त कार्यबल बनाने का काम करेगा। इस एमओयू का मुख्‍य उद्देश्‍य टेक्‍नोलॉजी कंसल्‍ट के लिये राउंडटेबल्‍स का आयोजन करना और व्‍यावसायिक भागीदारियों को बढ़ावा देना होगा। इस पर अपने विचार रखते हुए, आईईएसए के चेयरपर्सन डॉ. वीरप्‍पन ने कहा, ‘‘हम साथ मिलकर विकास के नये मोर्चे खोलेंगे और देश के सेमीकंडक्‍टर एवं इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स उद्योगों को अभूतपूर्व ऊँचाइयों पर लेकर जाएंगे। इसमें स्‍थानीयता को अधिक महत्‍व मिलेगा और भारत आत्‍मनिर्भर बनेगा। एमओयू पर हस्‍ताक्षर करते हुए, आईईएसए के प्रेसिडेंट श्री अशोक चांडाक ने कहा, ‘‘फिक्‍की के साथ यह रणनीतिक भागीदारी हमारी यात्रा में एक महत्‍वपूर्ण कदम है। हम भारत को इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स डिजाइन और मैन्‍युफैक्‍चरिंग का वैश्विक केन्‍द्र बनाने के सफर पर हैं। इस कार्यक्षेत्र में आईईएसए की विशेषज्ञता को फिक्‍की के प्रभावशाली सदस्‍यों के नेटवर्क से मिलाकर हम भारतीय व्‍यवसाय समूहों के निवेश को कई गुना बढ़ा सकते हैं और सेमीकंडक्‍टर तथा इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स की दुनिया में कदम रख सकते हैं।

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