ऑर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल के गो कॉस्मो- योर टिकट टू स्पेस ने दिल्ली-एनसीआर के स्‍टूडेंट्स को तारों तक पहुँचने के लिए किया प्रेरित

• बेंगलुरू, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता और चेन्नई में गो कॉस्मो का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया जिसमें करीब 30,000 स्‍टूडेंट्स ने खगोलशास्त्र के प्रति अपने प्रेम को जाहिर किया

• इस एस्ट्रोनॉमी फेयर में एलियन एनकाउंटर, प्लैनेटरी पॉन्डर, ग्रैविटेशनल जिम, कॉमेट क्राफ्टिंग, कॉस्मिक कोलाइडर, वर्चुअल वोयेजर, स्टेलर स्पेक्टेकल, स्टार सीकर और स्पिनिंग स्पेसशिप वर्कशॉप्स जैसी गतिविधियाँ शामिल की गई हैं

• इस एस्ट्रोनॉमी फेयर का उद्देश्य बच्चों में क्रिटिकल थिंकिंग, प्रॉब्‍लम सॉल्विंग स्किल और अंतरिक्ष की आकर्षक संकल्पनाओं की गहरी समझ पाने के लिए प्रोत्साहित करना है 

शब्दवाणी समाचार, रविवार 23 जून 2024, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, गुरूग्राम। अपने के12 शैक्षणिक कार्यक्रम के लिए मशहूर ऑर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल ने दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में एक असाधारण एस्ट्रोनॉमी फेयर “गो कॉस्मो- योर टिकट टू स्पेस” को शुरू करने की घोषणा की है। तीन दिन तक चलने वाले इस मेले का आयोजन 21 जून से 23 जून तक ऑर्किड्स सेक्टर 113 स्थित कैम्पस में किया जाएगा। यह सभी उम्र के अंतरिक्ष के शौकीनों को एक बेहतरीन अनुभव प्रदान करेगा जिसमें इंटरैक्टिव गतिविधियाँ, शैक्षणिक सत्र और सीखने के आनंददायक अवसर होंगे। बेंगलुरू, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता और चेन्नई में शानदार सफलता के बाद, गो कॉस्मो अब दिल्ली-एनसीआर में आया है। गो कॉस्‍मो ने अब तक करीब 30,000 छात्रों को आकर्षित किया है जिन्होंने खगोल शास्त्र के प्रति अपना प्‍यार जताया।   

डॉ. अजित सिंह, वीपी, एकेडेमिक्स-एस्ट्रोनॉमी, ऑर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल ने कहा, “स्पेस को एक्स्प्लोर करना रोमांच और खोज के प्रति हमारी स्वाभाविक इच्छा का प्रतीक है। अगले दशक में भारतीय अंतरिक्ष उद्योग 33 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स तक पहुँचने का अनुमान है और इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम हमारे पाठ्यक्रम में अंतरिक्ष संबंधी शिक्षा को शामिल करें। यह न सिर्फ छात्रों में उत्सुकता जगाती है बल्कि उन्हें ऐसे आवश्यक कौशल प्रदान करती है जो इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए ज़रूरी हैं। गो कॉस्मो स्पेस एक्सप्लोरेशन फेयर को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि यह हमारे छात्रों और समुदाय के लिए आश्चर्य की भावना प्रदान करता है। बेंगलुरू, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता और चेन्नई में बच्‍चों ने जिस तरह पूरे उत्साह के साथ गो कॉस्मो फेयर में हिस्‍सा लिया, वह देखकर बहुत गर्व महसूस होता है। यह कार्यक्रम उन सपनों और इनोवेशन के लिए एक लॉन्चिंग पैड की तरह है जो भविष्य को आकार देंगे और जो युवा प्रतिभाओं को भारत के बढ़ते हुए अंतरिक्ष क्षेत्र में महत्वपूर्ण रूप से योगदान देने के लिए तैयार करेंगे।

सुमित्रा गोस्वामी, सीनियर वीपी, एकेडेमिक्स, ऑर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल, ने गो कॉस्मो के लिए अपने उत्साह को साझा करते हुए इस कार्यक्रम की बहुआयामी प्रकृति पर जोर देते हुए कहा, “गो कॉस्मो सभी उम्र के छात्रों में विज्ञान और टेक्नोलॉजी के लिए रूचि  जगाने में मदद करने के लिए हमारे समर्पण का एक सबूत है। इंटरैक्टिव गतिविधियों और प्रायोगिक अनुभवों के माध्यम से भौतिक शास्त्र, खगोल शास्त्र और ब्रम्हांड विज्ञान में सहभागियों की रूचि पैदा करना हमारा लक्ष्य है। हमने कई उद्यमी गतिविधियां तैयार की हैं जोकि हमारे स्‍टूडेंट्स को कुछ नया करने के लिए प्रेरित करेंगी। हम गो कॉस्‍मो के ढांचे में स्‍टूडेंट में उद्यमिता को बढ़ावा देंगे। नियोजन से लेकर निष्‍पादन तक कार्यक्रम के सभी पहलुओं में छात्रों को शामिल करने से उनमें नेतृत्व कौशल बढ़ता है और अपनी उपलब्धि को लेकर उनमें एक स्वामित्व और गर्व की भावना आती है। हम गो कॉस्मो को ना सिर्फ एक शैक्षणिक कार्यक्रम के रूप में देखते हैं बल्कि इसके साथ ही यह छात्रों के लिए एक ऐसा मंच है जहाँ वे अपनी प्रतिभा और उद्यमी प्रयासों का प्रदर्शन कर सकते हैं जो उनके सीखने के अनुभवों को समृद्ध बनाते हैं।

दिव्या धीरेंद्र, प्रिंसिपल, सेक्टर 113 कैम्पस ऑर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल, ने कहा, “हम बच्‍चों में शुरुआती उम्र से ही अंतरिक्ष विज्ञान के लिए जुनून पैदा करना चाहते हैं और इसलिए हम अपने नन्‍हे विद्यार्थियों के लिए खगोलशास्त्र के दिलचस्प सत्र पेश कर रहे हैं। बेहद आकर्षक प्लैनेटेरियम अनुभवों और स्पेस लैब में प्रायोगिक गतिविधियों के माध्यम से बच्चे खेल के ज़रिए सीखते हैं। जैसे जैसे वे ऊपरी प्राथमिक कक्षाओं की ओर बढ़ते हैं उन्हें स्पेस कैंप के ज़रिए जीवन का एक्सपोज़र मिलता है जो उन्हें इस विषय को अधिक गहराई से समझने का मौका पेश करता है। डिस्कॉर्ड पर हमारा एस्ट्रोवर्स क्लब बच्चों को नियमित रूप से मज़ेदार और शैक्षणिक सामग्री के साथ जोड़ता है। गो कॉस्मो एस्ट्रोनॉमी फेयर छोटे बच्चों में ब्रम्हांड के बारे में उत्सुकता और आश्चर्य जगाने की हमारी प्रतिबद्धता पर जोर देता है, और उनके रोजमर्रा के जीवन में खगोल शास्त्र और उसकी प्रासंगिकता के लिए गहरी समझ विकसित करने में उनकी सहायता करता है।

हर्ष गुप्ता, वीपी, एकेडेमिक्स-स्टूडेंट वेलफेयर, ऑर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल, ने कहा, “गो कॉस्मो पारंपरिक शिक्षा की सीमाओं को तोड़कर ऐसे प्रायोगिक अनुभव पेश करता है जो अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति जिज्ञासा एवं जुनून पैदा करते हैं। हम छात्रों को आनंददायक और शैक्षणिक गतिविधियों से जोड़कर वैज्ञानिक खोजकर्ताओं और इनोवेटर्स की अगली पीढ़ी को प्रेरित करना चाहते हैं। विज्ञान के लिए यह उत्साह निश्चित रूप से वैश्विक अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत को एक लीडर के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा। हमारा उद्द्श्य सीखने का एक ऐसा वातावरण तैयार करना है जो क्लासरूम से आगे जाकर छात्रों को बड़े सपने देखने और नए-नए आविष्‍कार करने के लिए प्रोत्साहित करे। यह गतिविधियाँ विभिन्न प्रकार की रूचि रखने वालों और अलग-अलग उम्र के लोगों को ध्यान में ऱखकर तैयार की गई हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर किसी को इसमें हिस्सा लेने के लिए कुछ ना कुछ रोमांचक जरूर मिले। एस्ट्रोनॉमी फेयर, गो कॉस्मो का आयोजन गुरूग्राम में 21 जून से 23 जून  तक शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक ऑर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल के सेक्टर 113 कैम्पस में किया जाएगा। इस कार्यक्रम के लिए पंजीकरण से जुड़ी और अतिरिक्त जानकारी https://in.bookmyshow.com/events/go-cosmo-your-ticket-to-space-astro-fair-ggn/ET00397147 पर प्राप्त की जा सकती है। एस्ट्रोनॉमी फेयर गो कॉस्मो में आने वाले प्रतिभागियों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियों से जुड़ने का मौका मिल सकता है। इन गतिविधियों को बड़ी ही सावधानी के साथ डिज़ाइन किया गया है। यह क्रिटिकल थिंकिंग, प्रॉब्‍लम सॉल्‍विंग, और अंतरिक्ष से जुड़ी अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेंगे।

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